बाल दिवस पर निबंध हिंदी में - Baal Divash Par Nibandh
14 नवम्बर जो पंडित जवाहर लाल नेहरू की जन्म तिथि है वह विश्व बाल दिवस के रु में मनाया जाता है |यह दिन हमें बच्चो के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने तथा उनकी जरुरतो व् आवश्यक भलाई करने का सुअवसर देता है
भारत में 6 वर्ष के भीतर के लगभग 150 लाख बच्चे है | बच्चे के अच्छे विकास व् बचाव के लिए भारत ने बहोत से कार्य किये है फिर भी अभी बहुत से कार्य करने की आवश्यकता है |सब लोगो के कोसिसो के बावजूद अब भी बच्चो को अनावश्यक मेहनत मजदूरी करनी पड़ती है वह उनका जीवन खतरों से भरा हुआ है |हम पर लाजमी है की हम सब मिलकर बच्चो का बचपन उन्हें वापस कर दे |
आज का बच्चा कल का नागरिक है |यह हम पर निर्भय करता है की उन्हें हम जीवन के आश्चर्यजनक सत्य दे या उन्हें नकारात्मक जीवन जीने के लिए मजबूर करे | 5-9साल के बिच कुल अनपढ़ बच्चो में आधी लड़किया होती है जिन्हें पढाई की सुबिधा न के बराबर है |
जिससे पूर्व मई 1980 में भारत को चेचक मुक्त घोषित किया था |
14 वर्ष तक के सभी बच्चो के लिए सिक्षा की प्राथमिकता को ध्यान में रखकर भारत सर्कार ने हाल ही में सविधान में संसोधन करके बच्चो की सिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार का रूप दे दिया अब सभी अभिभाको के लिए यह आवश्यक हो गया है की वे अपने 14 वर्ष तक के बच्चो के लिए आवशयक शिक्षा का इंतजाम करे |
हमारे बच्चे देश की ताकत है हमे सब बच्चो तक प्यार से पहुचना है व उनकी देख भाल करनी है | आने वाली पीढियों को हमे रौशनी प्रदान करनी चाहिए |
भारत में 6 वर्ष के भीतर के लगभग 150 लाख बच्चे है | बच्चे के अच्छे विकास व् बचाव के लिए भारत ने बहोत से कार्य किये है फिर भी अभी बहुत से कार्य करने की आवश्यकता है |सब लोगो के कोसिसो के बावजूद अब भी बच्चो को अनावश्यक मेहनत मजदूरी करनी पड़ती है वह उनका जीवन खतरों से भरा हुआ है |हम पर लाजमी है की हम सब मिलकर बच्चो का बचपन उन्हें वापस कर दे |
आज का बच्चा कल का नागरिक है |यह हम पर निर्भय करता है की उन्हें हम जीवन के आश्चर्यजनक सत्य दे या उन्हें नकारात्मक जीवन जीने के लिए मजबूर करे | 5-9साल के बिच कुल अनपढ़ बच्चो में आधी लड़किया होती है जिन्हें पढाई की सुबिधा न के बराबर है |
बाल दिवश पर निबंध हिंदी में
एक लड़के को शिक्षा देना एक व्यक्ति को शिक्षा देने के बराबर है | पर एक लड़की को शिक्षा देना एक परिवार को शिक्षा देना है | हम सब एकजुट होकर ही बच्चो की रोजाना की आवश्यकतो की पूर्ति कर सकते है उनके बचपन में सुधर ला सकते है ताकि वे देश के विकाश में मदद कर सके हमारे कल के नागरिक है और वे ही हमारी शक्ति हमारे देश में टीकाकरण की दर दिन प्रतिदिन बढाती जा रही है तमाम अन्त्रस्त्रिय संथाये प्रतिरक्षा के मामले में काफी जागरुक है | हमार ध्येय 90% तक पहुचने का है 27 मार्च 2014 को विश्व स्वाथ्य संगठन ने भारत को पोलियो मुक्त घोषित कर दिया | पोलियो दूसरी बीमारी है जिससे देश पूरी तरह मुक्त हो गया |जिससे पूर्व मई 1980 में भारत को चेचक मुक्त घोषित किया था |
14 वर्ष तक के सभी बच्चो के लिए सिक्षा की प्राथमिकता को ध्यान में रखकर भारत सर्कार ने हाल ही में सविधान में संसोधन करके बच्चो की सिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार का रूप दे दिया अब सभी अभिभाको के लिए यह आवश्यक हो गया है की वे अपने 14 वर्ष तक के बच्चो के लिए आवशयक शिक्षा का इंतजाम करे |
हमारे बच्चे देश की ताकत है हमे सब बच्चो तक प्यार से पहुचना है व उनकी देख भाल करनी है | आने वाली पीढियों को हमे रौशनी प्रदान करनी चाहिए |
अंतिम शब्द -:
तो दोस्तों जैसा की बाल दिवस पर निबंध आपको बताया आशा करते है की ये जानकारी आपके लिए काफी सहायता करेगी की बाल दिवस पर निबंध क्या है | यदि आपको किसी और विषय पर निबंध चाहिए तो आप हमसे कमेंट में बता सकते है हम आपके लिए वो निबंध जल्द से जल्द लायेंगे |
Thanx For Reading And Keep Visiting On Hindi Me Nibandh...!
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